मोबाईल की बैटरी बैकअप बड़ाना
आज लगभग हर किसी के पास Smart Phone है । दरअसल मोबाईल में ऐसे - ऐसे उपयोगी और दीलचस्प सेवायें उपलब्ध हैं कि कोई इससे चाहकर भी दूरी नहीं बना पाता है ।
मोबाईल में आजकल ज्यादा से ज्यादा लोग Internet इस्तेमाल कर रहे हैं क्यूंकि लगभग हर sim पे बहुत ही सस्ता Net Pack मिल रहा है । ज्यादा Internet browsing और Calling से मोबाईल कि बैटरी बहुत तेजी से discharge होने लगती है । कभी - कभी तो मोबाईल का ईतना ज्यादा यूज होता है कि बैटरी शून्य ( जीरो ) प्रतिशत तक पहुँच जाती है और मोबाईल अपने आप स्वीच ऑफ
बैटरी के चार्ज का ईस तरह बार - बार शून्य या इसके लगभग पहुँचना बैटरी लाईफ के लिए बेहद खराब है । इस कारण मोबाईल कि बैटरी बहुत कम चलती है जिससे मोबाईल यूजर परेशान हो जाता है , चाहे मोबाईल कितना भी किमती ही क्यों ना हो मगर बैटरी का चार्ज बार - बार शून्य प्रतिशत या लगभग शून्य होने से बैटरी की लोडिंग और लम्बा चलने कि क्षमता समाप्त होने लगती है । अब सवाल ये है कि मोबाईल और बैटरी दोनों कि लाईफ कैसे बडा़ई जाये । चलिए जानले क्या - क्या करना है और क्या - क्या नहीं करना है ।
चार्जिंग के समय क्या करें ?
ये जो मैं बताने जा रहा हूँ शायद आप या आपमे से कुछ लोग जानते होंगे । अगर आप जानते हैं तो बढि़या है और अगर नहिं जानते हैं तो ये आपके लिए यह एक कारगर जानकारी साबित होगी । क्योंकि आज आप ये जान जायेंगे कि मोबाईल कि बैटरी बैकअप कैसे बढ़ती है ।
चलिए मैं अब बता देता हूँ कि मोबाईल चार्जिंग करते समय क्या करना चाहिए कि मोबाईल कि बैटरी बैकअप बढ़ जाये ।
हममें से बहुत / अधिकांश लोग मोबाईल का उपयोग करते -
करते जब चार्जिंग कम हो जाती है तो चार्जिंग के दौरान भी अपने मोबाईल का उपयोग करते रहते हैं ।
बस हमें यही रोकना है । अब एक बात और है जो मोबाईल चार्जिंग समय अगर करें तो और भी ज्यादा बैटरी बैकअप बढ़
जायेगा । इसके लिए आपको केवल इतना करना है कि जब आप मोबाईल चार्जिंग में लगाते हैं तो इसे बंद यानी स्विच आफ कर दें ।
मोबाईल को कितने प्रतिशत चार्ज करें ?
सबसे पहले हम बात करेंगे कि क्यों मोबाईल की बैटरी को फुल चार्जिंग के लिए कहता है ( 3 से 4 बार फुल चार्जिंग करना ) मोबाईल विक्रेता जब हम नया मोबाईल लेते हैं ।
दरअसल जब हम नया मोबाईल लेते हैं तो उसकि बैटरी में चार्जिंग ग्रहण करने की क्षमता बहुत कम होती है जिसको लगभग 3 - 4 चार बार फुल चार्जिंग करने से यह समस्या दुर हो जाती है ।
इसके बाद लगभग 70 - 90 % तक चार्ज ही करना चाहिए । और कम से कम 30 % होते - होते चार्जिंग मोबाईल को लगा देना चाहिए ।
लेकिन जब बैटरी का चार्ज लगभग या फिर शून्य ( जीरो ) बार - बार हो जाता है तो यह समस्या दोबारा उत्पन्न हो जाती है । अब यह समस्या फुल चार्ज करने से दूर नहीं होती है ।
बैटरी की लाईफ फिर से लम्बा करना है तो सबसे पहले हमे ये ध्यान देना होगा कि मोबाईल कि बैटरी को कितना चार्ज करें । मोबाईल को लगभग 75 से 80 प्रतिशत तक ही चार्ज करें । एक बात और चार्जिंग में तब लगायें जब कम से कम चार्ज
40 - 50% तक रह जाये । इससे निचे चार्ज न होने दें । ऐसा करने से बैटरी कि रिकवरी तेज होने लगती है और बैटरी ज्यादा लम्बा चलती है ।चार्जर का चयन करना
मोबाईल को सहि और उचित प्रतिशत तक चार्ज करना ही माईने नहि है बल्कि किस चार्जर से चार्ज किया जाता ये ज्यादा माईने रखता है । अगर आप अपने मोबाईल को किसी दुसरे सेट के चार्जर से चार्ज करते हैं तो ये भी एक कारण है बैटरी के खराब होने का ।
दरअसल हर मोबाईल की बैटरी की mAh अलग - अलग होती है , और यही कारण है कि मोबाईल और बैटरी दोनो पर का बैलेंस बिगड जाता है । मानलो आपके मोबाईल कि बैटरी की mAh 4000 है और आप 3000 mAh की मोबाईल के चार्जर से चार्ज करते हैं तो आपका मोबाईल बहुत स्लो चार्ज होगा और मोबाईल पर लोड भी बड़ता है ।
मोबाईल के बैटरी की mAh क्या है और कैसे पता करें ?
बैटरी का mAh क्या है ये जानना जरूरी है क्योंकि बहुत से लोग अभी तक इसके बारे में नहीं जानते हैं । साधारण भाषा में कहें तो ये बैटरी की छमता का सूचकांक है। ये जीतना ज्यादा होगा बैटरी उतनी ही ज्यादा देर तक चलेगी ।
मोबाईल के बैटरी का mAh पता करना बहुत आसान है क्योंकि बैटरी पर ही ये लिखा होता है ।
क्या आप जानते हैं
" जो व्यक्ति जो सोचता है और उसे सच्ची लगन / निष्ठा से करता है तो वह वैसा हो जाता है जैसा कि वह सोचता है । "
आपको ये जानकारी कैसी लगी । इसके बारे मे हमे जरुर लिखें । अगर आपको हमारा ये वेबसाइट अच्छी लगती है और आप इसके सभी अपडेटेड पोस्ट पढ़ना चाहते हैं तो आप हमारे वेबसाइट को लाईक और फ्लो करें । धन्यवाद !!
0 टिप्पणियाँ